दोस्तो आज की हमारी पोस्ट उनके लिए है जो सैड हैं, अगर आप भी sad😭 हो और किसी से कह नहीं पा रहे है की आप बहुत सैड हो तो ये पोस्ट आपके लिए लिखी है। यहाँ हम लेकर आए हैं Sad Shayari in Hindi 2 Line, 3 Line और 4 Line, साथ ही आपको इस पोस्ट में मिलेंगी HD Sad Shayari Images, जिन्हें आप Instagram, Facebook और WhatsApp Status पर शेयर कर सकते हैं और अपने दर्द को दुनिया तक पहुँचा सकते हैं।
Sad Shayari in Hindi
😞 बहुत महंगे थे हम, ☝
पर अब सस्ते में नहीं आयेंगे,
जा, छोड़ दिया तुझको, अब तेरे रस्ते 🥀 नहीं आयेंगे।
😢 यहां बेवफाई से हारकर, 💔
वफादारों से बदला 🥀 लेते हैं लोग।
🥺 और फिर वो घर वीरान हो गया, 🥀
जिस घर की दुल्हन बनने की उसने ❤️🩹 कसमें खाई थी।
😖 एक मोहब्बत और करूंगा, 💔
एक जुदाई 🥀 और सही।
😓 छतरियां हटा के मिलिए इनसे, 🥀
ये जो बूंदें हैं बहुत दूर से ❤️🩹 आई हैं।
😩 मैंने घरों को मकान बनते देखा है, 💔
50 25 गज का 🥀 श्मशान बनते देखा है।
😔 दिल उदास हो तो, 🥀
दुनियां की सारी रौनकें 🥺 ज़हर लगती हैं।
😣 अगर मैं नफरत के काबिल हूँ, 💔
तो सोचिए मत — 🥀 शौक से कीजिए।
😟 बहुत खास हो तुम मेरे लिए, 🥀
यह बताते बताते हम ☝
आम हो गए।
🥹 कब तक तरसते रहेंगे तुझे पाने की हसरत में, ❤️🩹
दे कोई जख्म ऐसा कि मेरी सांस 🥀 टूट जाए।
😫 कहो तो थोड़ा वक्त भेज दूं, 💔
सुना है तुम्हारे पास वक्त नहीं 🥀 मुझसे बात करने का।
😞 छोड़ मैं कितनी परेशानी में हूँ, ❤️🩹
तू मुझे अपनी परेशानी 🥀 बता।
😥 मुझे मत दिखाओ इश्क की तहजीब, 🥀
मैंने एक उम्र भर उसे 🥺 दूर से देखा है।
🥺 अब जो थक कर बैठ गया है मेरा दिल, 💔
बहुत भागा था 🥀 किसी के पीछे।
😓 वो कहता है के सोच लेना था मोहब्बत करने से पहले, 🥀
उसे क्या पता सोचकर ❤️🩹 साजिश की जाती है, मोहब्बत नहीं।
😩 तू बिछड़ा भी तो मुझसे उस मकाम पर, 💔
जहां तेरे सिवा मुझे कोई 🥀 पसंद ना आया।
🥺 सब छोड़ने जा रहे हैं आजकल हमें, 🥀
ए जिंदगी तुझे भी ☝
इजाजत है, जा ऐश कर।
😟 हम उसके आदि थे, 💔
उसी ने अंत 🥀 लिख डाला।
😢 किन शब्दों में लिखूं मैं तेरी कमी को, 🥀
बस तेरे बिना हर शाम ❤️🩹 अधूरी लगती है।
😞 उदास कर देती है ये शाम हर रोज, 💔
ऐसा लगता है कोई 🥀 धीरे-धीरे भूल रहा है।
😭 तुम्हारी यादें मेरे लिए वो कैदखाना हैं, 🥀
जहां मेरी रूह ❤️🩹 तुमसे इश्क की सज़ा काट रही है।
😓 उम्रो ने की है आप कैलेंडर से छेड़छाड़, 🥀
खेलकूद वाला रविवार अब ❤️🩹 फिक्रों में गुजरता है।
😖 वक्त ने साला सब कुछ सिखाया, ❤️🩹
पर कभी वक्त 🥀 पे नहीं सिखाया।
😔 अच्छा लगता है, अकेले बैठकर 🥀
अपने बीते हुए कल को 💔 याद करना।
🥹 छोड़ दिया तेरा इंतजार करना हमेशा के लिए, 💔
जब रात गुजर सकती है तो ❤️🩹 जिंदगी भी।
😣 मोहब्बत से कश्ती में सोच समझ कर सवार हो ना दोस्त, 🥀
जब डूबती है तो 🥺 किनारा नहीं मिलता।
😟 एक धोखा भी ज़रूरी था, 💔
दिल अपनी 🥀 औकात भूल रहा था।
😞 फिर कम कर दी लोगों से गुफ्तगू मैंने, 🥀
फिर मेरी खामोशी से ☝
खूब बनने लगी।
🥺 तुमने तो सिर्फ सुना है, ❤️🩹
हम पर तो बीती है — ये मोहब्बत 🥀 खून पीती है।
😔 मैं नाराज़ नहीं होता 🥀 खामोश हो जाता हूँ,
यकीन मानो वो मेरी सबसे खतरनाक हालत है। 💔
🥺 वो जो दिन गुज़रे तुम्हारे साथ, 🥀
काश ज़िन्दगी उतनी ही होती। ❤️🩹
😞 मेरी कहानी कोई मानेगा ही नहीं, 🥀
किरदार हीरे से पत्थर कैसे हो गया। 💔
😢 क्या कहूं मैं ज़िंदगी के बारे में, 🥀
वो लोग ही बिछड़ गए जो ज़िंदगी हुआ करते थे। 💔
😩 मैंने खुद ही आज़ाद कर दिया, 🥀
जिस परिंदे में जान थी मेरी। 💔
😟 चले जाइए जनाब, 🥀
अब हिम्मत नहीं है तुम्हे रोकने की। ❤️🩹
😫 हर कीमत पर मांगता था जिसे मैं, 🥀
अब वो मुफ़्त में भी मिले तो ठुकरा दूँ। 💔
😣 सब्र रखते हैं बड़े ही सब्र से हम, 🥀
वरना तेरे इंतज़ार के लम्हे बड़े जानलेवा हैं। ❤️🩹
🥹 मोहब्बत की अमानत होती है महबूब की तस्वीर, 🥀
फक्त आशिक इनको संभाले रखते हैं। 💔
😓 इश्क़ के भी देखो कितने अजब फ़साने हैं, 🥀
जो हमारे नहीं, हम उन्हीं के दीवाने हैं। 💔
😖 वो तस्वीर दिखा कर समझाती है अपने बेटे को, 🥀
बेरोजगार आदमी किसी काम का नहीं। 💔
😔 मर गए तो अलग बात है, 🥀
वरना तेरे कहने से तो हम तुझे छोड़ने वाले नहीं। ❤️🩹
😞 कुछ दिनों बहुत खुश था मैं, 🥀
अब उस खुशी का कर्ज़ उतार रहा हूँ। 💔
😥 जो एक पल में बर्बाद कर देता है दिल की हस्ती को, 🥀
ऐसे लोग दिखने में बड़े मासूम होते हैं। 💔
😫 धीरे-धीरे सब छोड़ा मैंने, 🥀
कमबख़्त ये अच्छाई नहीं छूटती मुझसे। ❤️🩹
😟 तेरी खुशबू ही नहीं जाती, 🥀
जिस्म तेरा उतार फेंकूँ क्या। 💔
😓 और फिर उसका जाना ऐसा हुआ, 🥀
मैं सिर्फ़ उसकी यादों में रोता रहा। 💔
😢 ना एहसास बचे हैं, ना अल्फ़ाज़ बचे हैं, 🥀
खो गई है मुस्कान, बस राज़ बचे हैं। ❤️🩹
🥺 बड़ी दूर फेंक आया हूँ उन यादों को, 🥀
जो ख्वाबों को तेरा ग़ुलाम बनाए रखती थी। 💔
😞 मंज़िल को ख़बर तक नहीं, 🥀
सफ़र ने कितना कुछ छीन लिया हमसे। ❤️🩹
😖 वो सफ़र ही क्या, 🥀
जिसमें रूह ना थके। 💔
😣 लहजे ही बस रसीले हैं, 🥀
किरदार से सब ज़हरीले हैं। 💔
😞 एक तसल्ली है की मैं थक गया हूँ, 🥀 मुझे घर जाना है,
और एक दुख है कि घर में भी मुझे 💔 सुकून नहीं मिलेगा।
😢 एक खराब अध्याय पूरी कहानी 🥀 खराब कर देता है,
इसी तरह एक गलत इश्क जवानी 💔 खराब कर देता है।
🥺 उसे तराशा ऐसा कि हीरा बना दिया, 🥀
अब वही कहता है मुझे खरीदने की तेरी 💔 औकात नहीं।
🥺 इश्क जिस तरफ निगाह कर गया, 🥀
झोपड़ी हो या महल — तबाह कर गया। 💔
🥺 हम दोनों अपनी अपनी परेशानियों में हैं, 🥀
तुम अनजान हो मेरे दुःख से, मुझे भी नहीं 💔 पता हालात तुम्हारे।
😔 क्या खबर वो कहां रहता है, 🥀
यार खुश रहे वो जहां भी ❤️🩹 रहता है।
🥹 खुशी से कांप रही थी उंगलियां, 🥀
Delete हो गया एक शख्स 💔 save करने में।
😓 अब बुरा नहीं लगता तेरे ignore करने से, 🥀
तुम अपने लोगों को खुश रखो, हम अकेले ❤️🩹 खुश हैं।
😫 लोग जब तक भीग न जाएं, बरसात 🥀 को नहीं मानते,
और जब तक बात न आए, जज़्बात 💔 को नहीं मानते।
😢 बेपनाह इश्क किया है तुझसे, 🥀
इसीलिए तो तुझे मुड़के नहीं 💔 देखता हूँ।
😖 वो मुझे किसी और के लिए भूल गए हैं तो क्या, 🥀
हमने भी उनके लिए सारा 💔 जहां भुला दिया था।
😞 एक उम्र गुज़ार आए तो मालूम हुआ, 🥀
इस तरह तो जीने का 🥺 इरादा नहीं था।
😟 कहाँ से लाऊं इतना सब्र कि, 🥀
तू बात भी ना करे और मुझे 💔 फर्क भी ना पड़े।
🥺 वक्त को काफी वक्त दिया हालत सुधारने को, 🥀
मगर हालात और भी 💔 बिगड़ते गए।
😔 शांत रहना सीखिए आप, 🥀
क्रोध किसी और की 💔 जीत है।
😓 मैं खुद न टूटता तो और क्या करता, 🥀
मेरे पलकों पे वो तारा 💔 ना आया।
😫 कुछ ऐसे इंतजार भी देखे हैं हमने, 🥀
जिसमें शाम नहीं, ❤️🩹 उम्र गुज़र गई।
😢 उसके इश्क के रंग में ऐसे रंगे, 🥀
कि अपने आप को भी 💔 खो बैठे।
😞 हम टूटे हुए लोगों का अंदाज़ ही भला क्या, 🥀
कहीं चुभ न जाएं तुम्हे — थोड़ा ❤️🩹 दूर ही रहना।
😖 हम ही दीवाने हैं, दीवाने बने रहते हैं, 🥀
उनको फुर्सत नहीं मिलती कि 💔 पलट कर देखें।
😥 मसला अपना ही संभाला न गया हमसे, 🥀
यूँ तो कितनों के काम 💔 आए हम।
😟 थोड़ा तेज चल ए-जिंदगी, 🥀
मुझे ये सफर 💔 खत्म करना है।
🥹 मैंने भी उम्मीदें छोड़ दीं, 🥀
तुमसे भी और खुद से भी। 💔
😩 ना मौसम ने गले से लगाया, 🥀
ना रात ने अपना ❤️🩹 बनाया।
😔 उनको दीदार किए बिना ही उम्र गुजर गई, 🥀
किसी और को बिन मांगे 💔 वो मिल गए।
😞 कर्जदार रहेगा तू हमेशा मेरी लुटाई हुई मोहब्बत का, 🥀
आसान नहीं है तेरे लिए मुझ जैसी मोहब्बत किसी और से पाना। 💔
😢 नींद उड़ गई रात की, 🥀
जब अपने ने बात की औकात की। 💔
🥺 खैरात में मिली खुशी मुझे अच्छी नहीं लगती, 🥀
मैं अपने दुखों में रहता हूँ नवाबों की तरह। ❤️🩹
😓 मोहब्बत में जो ज़ख्म मिला है, 🥀
वही मेरी पहचान बन गया है। 💔
😣 कहा था ना कि बदल जाओगे, 🥀
मगर तुम मानते ही नहीं थे। 🥺
🥺 खुद ही गया वो दूर मुझसे, 🥀 कोई मजबूरी थोड़ी है,
अब वो भी मुझे मेरी तरह चाहे — यह जरूरी थोड़ी है। 💔
😔 एक उम्र के बाद मलाल हुआ लड़कों को, 🥀
अगर इश्क़ ना करते तो कुछ तो कर रहे होते। 💔
😟 ज़रूरत हो तभी जलाओ अपने आप को, 🥀
उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती। ❤️🩹