दोस्तो आज की हमारी पोस्ट उन के लिए है जो मोहब्बत में टूट चुके हैं, जिन्हें प्यार तो मिला लेकिन वफ़ा नहीं। अगर आपका दिल भी किसी ने तोड़ा है और आप उस दर्द को शायरी के ज़रिए बयां करना चाहते हैं, तो ये पोस्ट आपके लिए बेहद खास है। यहाँ हम लेकर आए हैं Broken Heart Shayari in Hindi, जो आपके टूटे हुए दिल की आवाज़ बन जाएंगी। साथ ही इस पोस्ट में आपको मिलेंगी HD Broken Heart Shayari Images, जिन्हें आप Instagram, Facebook और WhatsApp Status पर शेयर करके अपने दर्द को दुनिया तक पंहुचा सकते हैं।
Broken Heart Shayari in Hindi
💔 अब जो छूट रहा है, 🥀 छूट जाएं,
जो बिखर रहा है, बिखर जाए, 🙂 आखिर संभालने की भी तो उम्र होती है। 😢
😞 और आखिर में सारे सपने 🥀 टूट गए,
टूटे सपनों ने मुझे 🥺 खत्म कर दिया। 💔
😔 अब उसे देखा तो एहसास हुआ, 🥀
कि वो मेरे बिना कितना 💔 खुश है। 😓
💔 फिर मेरे हिस्से में आयेगा 🥀 समझौता कोई,
आज फिर कोई कह रहा था 🙂 समझदार हो तुम। 😢
😔 इतने बेवफा नहीं हैं कि 🥀 तुम्हे भूल जाएं,
अक्सर चुप रहने वाले 🙂 प्यार बहुत करते हैं। 😭
💔 तुझे भूल पाना अब 🥀 मुमकिन ही नहीं है,
तेरा इश्क वो शौक है, जो मौत पर 🥹 खत्म होगा। 😓
😭 बस एक ही दुआ पर 🥀 अटक गया है ये दिल,
मुझसे तेरे सिवा कुछ और ❤️🩹 मांगा ही नहीं जाता। 💔
❤️🩹 बहुत याद आती है तुम्हारी, 🥀
बस यही दिल चाहता है — 💔 कहीं से तुम दिख जाओ। 😔
😞 बस एक ही चीज़ से 🥀 नफरत रही ज़िंदगी भर,
कि मैं चाहकर भी 🥺 तुमसे नफरत नहीं कर पाया। 💔
😢 मैं जब नाराज़, ख़ामोश 🥀 मुस्कुराने लगता हूं,
यक़ीन मानो ❤️🩹 सबसे दर्दनाक दौर में होता हूं। 💔
💔 मैं अपना जीवन लिखता रहा, 🥀
और वो ❤️🩹 शायरी समझते रहे। 😞
😓 अगर उस दिन मालूम होता 🥀 कि आख़िरी बार मिल रहे हैं,
तो कुछ देर और ❤️🩹 ठहर जाता। 💔
🥹 वो मिली ऐसे कि कभी दूर ना होगी, 🥀
और दूर ऐसे हुई के 🥺 कभी मिली ही नहीं थी। 💔
💔 अब जो छूट रहा है, 🥀 छूट जाए,
जो बिखर रहा है, बिखर जाए, ❤️🩹 आखिर समेटने की भी उम्र होती है। 😢
😔 ख़ामोशी गवाह है, 🥀
कि इंसान ❤️🩹 थक चुका है। 💔
💔 टूटी हुई चीज़ें हमेशा 🥀 परेशान करती हैं,
जैसे दिल, नींद, भरोसा और ❤️🩹 सबसे ज़्यादा — उम्मीद। 😓
💔 मैं और तुम्हें भूल जाऊं, 🥀
ये तो किस्मत में लिखा होगा, 🙂 फिर भी नहीं होगा मुझसे। 😢
😔 ज्यादा घमंड अच्छा नहीं होता साहब, 🥀
दरवाज़े उनके भी 💔 टूट जाते हैं 🥹 जो ताले बनाते हैं।
💔 मुझे खौफ कहाँ मौत का, 🥀
मैं तो 🥺 ज़िंदगी से डर गया हूं। 😓
😭 अकेलेपन ने समेट ली ज़िन्दगी मेरी, 🥀
अब भरोसे पर भी ❤️🩹 भरोसा नहीं रहा। 💔
💔 गरीबी हर तरह से 🥀 दुःख देती है,
❤️🩹 प्यार में, दोस्ती में, रिश्ते में। 😔
😞 कांटो पर भी दोष कैसे 🥀 डाले जनाब,
पैर तो हमने रक्खा, 🥺 वो तो अपनी जगह पर थे। 💔
💔 उसकी वो बात आज भी 🥀 याद है,
“तुम्हारे अलावा कोई नहीं चाहिए, ❤️🩹 तुम ही मेरे सब कुछ हो।” 😢
😔 माफ कर दे मुझे ए बेवफ़ा, 🥀
मैंने तेरे झूठे वादे पर ❤️🩹 ऐतबार किया। 💔
😓 मुझे तो खल जाती हैं, 🥀 तो बस ये शामें,
❤️🩹 मैं दिन कहीं भी गुज़ार सकता हूं। 💔
😢 दम घुट रहा है इस ज़िंदगी से, 🥀
कि खुल के भी 🥺 रो नहीं सकते। 💔
😭 ना जाने कितने कपड़े 🥀 अलमारी में लटके रह गए,
तेरा बिछड़ना मेरी 🥹 जवानी के शौक खा गया।
💔 एक चांद था मेरा, 🥀 जो बादलों में खो गया,
और मैंने 🥹 इंतज़ार किया — चांद किसी और का हो गया। 😞
😓 किसी की आत्मा को इतनी गहरी चोट मत देना, 🥀
कि भगवान को 🙂 उसके पक्ष में आना पड़े। 💔
💔 ले डूबेगी तुम्हे, 🥀
हमसे बेहतर की ❤️🩹 तलाश। 😢
😞 कुछ दिन बहुत खुश था 🥀 मैं,
अब उस 🥺 खुशी का कर्ज़ उतार रहा हूं। 💔
😔 मैं बचता हूं बहस से, 🥀 इसलिए ख़ामोश रहता हूं,
❤️🩹 मेरे लिए जीत से ज़्यादा सुकून मायने रखता है।
💔 जिसे दुनिया समझ आती जायेगी, 🥀
वो अकेला 🥺 होता जायेगा। 😢
💔 जब तक दूसरों की मृत्यु में तुम अपनी 🥀 मृत्यु ना देख सको,
❤️🩹 समझना तुम्हारी समझ कच्ची है। 😓
😔 आईने बेचता था तो 🥀 कोई पूछता ना था,
जबसे मुखोटे रख लिए, 🥺 धंधा चमक गया। 💔
💔 बोलना ही बोलने का हिस्सा नहीं, 🥀
ना बोलना भी ❤️🩹 बोलने का हिस्सा है। 😢
🥀 जीत ही जाऊंगा किसी दिन, 😞
कभी ना कभी तो ❤️🩹 हार भी हारेगी। 💔
😢 ये वही जवानी है, 🥀
जिसके ख्वाब हम 🥺 बचपन में देखा करते थे। 💔
💔 अब पता नहीं वो कहाँ है, 😞
हम यहाँ से 🥀 आगे नहीं बढ़ पा रहे।
🥹 पत्थर नहीं हूं मुझमें भी नमी है, 😔
दर्द बयां नहीं कर सकता, 🙂 बस इतनी सी कमी है।
😞 अब कोई शौक, तमन्ना, ना कोई आरजू बाकी है, 🥀
अब तो बस ज़िंदगी ❤️🩹 गुज़ार जाए, इतना ही काफी है।
💔 दिल अमीर था और मुकद्दर गरीब था, 🥀
घर भी जलता रहा और 🥺 समंदर भी करीब था।
🥺 अब तेरे लौटने की आस नहीं, 😞
इसलिए भी ये दिल ❤️🩹 उदास नहीं।
💔 तुम मुझे नहीं छोड़ोगी, 😓
कहीं का नहीं 🥀 छोड़ोगी — ये नहीं पता था।
🥀 मैं तो हूं ही मतलबी, 😞
सब रिश्ते 💔 नाते तोड़ कर बैठा हूं।
😢 परेशान रहता है दिल उनके लिए, 🥀
हम कुछ भी नहीं ❤️🩹 हैं जिनके लिए।
💔 आजकल रोटी खाई नहीं🥺 जा रही मुझसे, 😓
कोई बात है जो 💔मुझे खाए जा रही है।
😞 ग़म है कि बर्बाद हो रहा हूं, 🥀
नाज़ है कि 🥺 तुम कर रहे हो।
🥹 भरोसा टूटा है, 😔
मुझे वहम की दवाई मत दो, ❤️🩹 सफाई मत दो।
💔 मजबूरी तो खाक थी उसकी, 😞
वो शख्स मुझे चुनना ❤️🩹 ही नहीं चाहता।
🥀 कैसे आवाज दू उसको, 😔
जब वो मुझे सुनना 🙂 ही नहीं चाहता।
💔 जो ज़ाहिर करना पड़े वो दर्द कैसा, 😢
और जो दर्द ना समझे, 🥺 वो हमदर्द कैसा?
💔 राज उसी का रहा हमेशा इस दिल में, 😔
ये बात और है के राज 🥀 राज ही रह गया।
😓 जब भी हारने लगो तो खुद से पूछना, 💔
बस इतना ही ❤️🩹 दम था?
💔 कुछ नहीं चाहिए किसी से मुझे, 🥀
और कुछ भी किसी के 💔 पास नहीं।
❤️🩹 मैं जब भी तेरा रहूंगा, 😢
मैं जब नहीं रहूंगा। 🥀
💔 मैं लिखूंगा तुम्हे और बेहिसाब लिखूंगा, 😞
इश्क के नाम पर मिले ❤️🩹 हर दर्द का हिसाब लिखूंगा।
🥀 तबाह होकर भी तबाह नहीं दिखती, 😓
ये 💔 इश्क है दोस्त — दवा नहीं दिखती।
😢 यूं ही नहीं सजती लबों पर शायरियां, 🥀
इनके लिए ❤️🩹 मोहब्बत गंवानी पड़ती है।
💔 तुम्हें याद किए बिना सौ जाऊं मैं, 🥹
आज तक ऐसी 🙂 रात आई कहां है?
😔 तुम्हारे दीदार से पहले की बात है, 🥀
हम जैसे लोग 💔 इश्क से दूर रहते थे।
💔 उसके इश्क में ऐसे रंगे, 🥀
कि अपने आप को भी ❤️🩹 खो बैठे।
🥺 तुम्हे देखने की आरज़ू थी, 😞
पर कल तुमने बताया, 🥀 कोई और देखने आया था।
💔 निगाहों में अभी तक कोई चेहरा नहीं आया, 🥀
भरोसा ही ऐसा था 🥺 तेरे लौट आने का।
😓 भरोसा जब टूटता है, 🥀
तो सफाई से ज़्यादा ❤️🩹 ख़ामोशी चुभती है।
💔 कितना परेशान कर दिया गया है उसे, 🥀
वो हँसती भी है तो 🙂 मायूस लगती है।
🥺 हमसे कहा ही नहीं जाएगा अलविदा तुम्हें, 💔
हमें तो किसी 💔 एक दिन अचानक छोड़ जाना।
😞 कल फुर्सत ना मिले तो क्या कर लोगे, 💔
इतनी मोहलत ना मिले तो ❤️🩹 क्या कर लोगे।
💔 जिनसे खत्म हो जाती हैं उम्मीदें, 🥀
उनसे फिर 🙂 शिकायतें नहीं रहती।
🥀 खोफ आने लगेगा खूबसूरत चीजों से, 😢
कभी मिलना ❤️🩹 इश्क के मरीज़ों से।
😓 पेंसिल के सो गुनाह माफ थे, 💔
लेकिन पेन पर 💔 जिम्मेदारियां बहुत थी।
😔 मैं जब भी मुस्कुराता हूँ, 💔
तो लोग पूछते हैं “खुश हो?” 🥺 काश कोई पूछता, “थक तो नहीं गए?”